Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी बेटों वाली विधवा | Story written by Premchand Beton Vaalee Vidhava

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD, Munshi Premchand भाग – 1 पंडित अयोध्यानाथ का देहांत हुआ तो सबने कहा, ईश्वर आदमी की ऐसी ही मौत दे। चार जवान बेटे थे, एक लड़की। चारों लड़कों के विवाह हो चुके थे, केवल लड़की क्‍वाँरी थी। संपत्ति भी काफ़ी छोड़ी थी। एक पक्का मकान, दो बग़ीचे, कई … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी नमक का दारोगा | Story Written by Premchand Namak Ka Daroga

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD, Munshi Premchand कहानी जब नमक का नया विभाग बना और ईश्वरप्रदत्त वस्तु के व्यवहार करने का निषेध हो गया तो लोग चोरी-छिपे इसका व्यापार करने लगे। अनेक प्रकार के छल-प्रपंचों का सूत्रपात हुआ, कोई घूस से काम निकालता था, कोई चालाकी से। अधिकारियों के पौ-बारह थे। पटवारीगिरी का … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी दूध का दाम | Story Doodh Ka Daam written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD, Munshi Premchand अब बड़े-बड़े शहरों में दाइयाँ, नर्सें और लेडी डाक्टर, सभी पैदा हो गयी हैं; लेकिन देहातों में जच्चेखानों पर अभी तक भंगिनों का ही प्रभुत्व है और निकट भविष्य में इसमें कोई तब्दीली होने की आशा नहीं। बाबू महेशनाथ अपने गाँव के जमींदार थे, शिक्षित थे … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी चमत्कार | Story Chamatkaar Written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD, Munshi Premchand भाग – 1 बी.ए. पास करने के बाद चन्द्रप्रकाश को एक टयूशन करने के सिवा और कुछ न सूझा। उसकी माता पहले ही मर चुकी थी, इसी साल पिता का भी देहान्त हो गया और प्रकाश जीवन के जो मधुर स्वप्न देखा करता था, वे सब … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी कफ़न | Kafan Story Written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD भाग – 1 झोपड़े के द्वार पर बाप और बेटा दोनों एक बुझे हुए अलाव के सामने चुपचाप बैठे हुए हैं और अन्दर बेटे की जवान बीबी बुधिया प्रसव-वेदना में पछाड़ खा रही थी। रह-रहकर उसके मुँह से ऐसी दिल हिला देने वाली आवाज़ निकलती थी, कि दोनों … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी समर-यात्रा | The Story Summer-Yatra Written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD भाग – 1 आज सवेरे ही से गाँव में हलचल मची हुई थी। कच्ची झोंपड़ियाँ हँसती हुई जान पड़ती थीं। आज सत्याग्रहियों का जत्था गाँव में आयेगा। कोदई चौधरी के द्वार पर चँदोवा तना हुआ है। आटा, घी, तरकारी, दूध और दही जमा किया जा रहा है। सबके … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी विध्वंस | Story Vidhvans Written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD कहानी जिला बनारस में बीरा नाम का एक गाँव है। वहाँ एक विधवा वृद्धा, संतानहीन, गोंड़िन रहती थी, जिसका भुनगी नाम था। उसके पास एक धुर भी जमीन न थी और न रहने का घर ही था। उसके जीवन का सहारा केवल एक भाड़ था। गाँव के लोग … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी ईश्वरीय न्याय | Story Eeshvareey Nyaay Written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD भाग – 1 कानपुर जिले में पंडित भृगुदत्त नामक एक बड़े जमींदार थे। मुंशी सत्यनारायण उनके कारिंदा थे। वह बड़े स्वामिभक्त और सच्चरित्र मनुष्य थे। लाखों रुपये की तहसील और हजारों मन अनाज का लेन-देन उनके हाथ में था; पर कभी उनकी नियत डावॉँडोल न होती। उनके सुप्रबंध … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी पूस की रात | Poos Ki Raat Story Written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD पूस की रात कहानी का सारांश व समीक्षा भाग – 1 हल्कू ने आकर स्त्री से कहा- सहना आया है। लाओं, जो रुपये रखे हैं, उसे दे दूँ, किसी तरह गला तो छूटे।मुन्नी झाड़ू लगा रही थी। पीछे फिरकर बोली-तीन ही रुपये हैं, दे दोगे तो कम्मल कहाँ … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी प्रेम की होली | Story Prem Ki Holi Written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD भाग – 1 गंगी का सत्रहवाँ साल था, पर वह तीन साल से विधवा थी, और जानती थी कि मैं विधवा हूँ, मेरे लिए संसार के सुखों के द्वार बन्द हैं। फिर वह क्यों रोये और कलपे? मेले से सभी तो मिठाई के दोने और फूलों के हार … Read more