Study Material : कर्मभूमि उपन्यास का संक्षिप्त सारांश | Brief summary of the novel Karmabhoomi

कर्मभूमि उपन्यास का संक्षिप्त सारांश

प्रेमचन्द द्वारा लिखे उपन्यास कर्मभूमि का सारांश | Summary of the Novel Karmabhoomi Written by Premchand उपन्यास का परिचय (Introduction to the Novel) अक्सर यह देखा जाता है कि माता-पिता और संतान के विचारों में फर्क होता है। किशोरावस्था के दौरान संतान के विचार माता-पिता के विपरीत होने लगते हैं। ऐसा आज से नहीं है, … Read more

प्रेमचन्द द्वारा लिखित उपन्यास कर्मभूमि का सारांश : भिखारिन को न्याय दिलाने का प्रयास | Summary of Karmabhoomi Novel

प्रेमचंद

प्रेमचन्द (कर्मभूमि भाग – 1 अध्याय 9 व अध्याय 10) Study Material | (Karmabhumi Part – 1 Chapter 9 and Chapter 10) कर्मभूमि (भाग – 1) अध्याय नौ का सारांश | Karmabhoomi (Part – 1) Summary of Chapter Nine अमरकान्त ने अपने पिता की बात मानने का वादा सुखदा से कर लिया था, लेकिन वह … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 35 | Novel Godan written by Premchand part 35

कर्मभूमि उपन्यास का संक्षिप्त सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 35 दो दिन तक गाँव में खूब धूमधाम रही। बाजे बजे, गाना-बजाना हुआ और रूपा रो-धो कर बिदा हो गई, मगर होरी को किसी ने घर से निकलते न देखा। ऐसा छिपा बैठा था, जैसे मुँह में कालिख लगी हो। मालती के आ जाने … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 34 | Novel Godan written by Premchand part 34

कर्मभूमि उपन्यास का संक्षिप्त सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 34 होरी की दशा दिन-दिन गिरती ही जाती थी। जीवन के संघर्ष में उसे सदैव हार हुई, पर उसने कभी हिम्मत नहीं हारी। प्रत्येक हार जैसे उसे भाग्य से लड़ने की शक्ति दे देती थी, मगर अब वह उस अंतिम दशा को पहुँच गया … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 33 | Novel Godan written by Premchand part 33

कर्मभूमि उपन्यास का संक्षिप्त सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 33 सिलिया का बालक अब दो साल का हो रहा था और सारे गाँव में दौड़ लगाता था। अपने साथ वह एक विचित्र भाषा लाया था, और उसी में बोलता था, चाहे कोई समझे या न समझे। उसकी भाषा में ट, ल और घ … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 32 | Novel Godan written by Premchand part 32

कर्मभूमि उपन्यास का संक्षिप्त सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 32 डाक्टर मेहता परीक्षक से परीक्षार्थी हो गए हैं। मालती से दूर-दूर रह कर उन्हें ऐसी शंका होने लगी है कि उसे खो न बैठें। कई महीनों से मालती उनके पास न आई थी और जब वह विकल हो कर उसके घर गए, तो … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 31 | Novel Godan written by Premchand part 31

कर्मभूमि उपन्यास का संक्षिप्त सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 31 मिर्जा खुर्शेद ने अस्पताल से निकल कर एक नया काम शुरू कर दिया था। निश्चिंत बैठना उनके स्वभाव में न था। यह काम क्या था? नगर की वेश्याओं की एक नाटक-मंडली बनाना। अपने अच्छे दिनों में उन्होंने खूब ऐयाशी की थी और इन … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 30 | Novel Godan written by Premchand part 30

कर्मभूमि उपन्यास का संक्षिप्त सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 30 रायसाहब का सितारा बुलंद था। उनके तीनों मंसूबे पूरे हो गए थे। कन्या की शादी धूम-धाम से हो गई थी, मुकदमा जीत गए थे और निर्वाचन में सफल ही न हुए थे, होम मेंबर भी हो गए थे। चारों ओर से बधाइयाँ मिल … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 29 | Novel Godan written by Premchand part 29

प्रेमचन्द द्वारा लिखित उपन्यास कर्मभूमि का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 29 मिल करीब-करीब पूरी जल चुकी है, लेकिन उसी मिल को फिर से खड़ा करना होगा। मिस्टर खन्ना ने अपनी सारी कोशिशें इसके लिए लगा दी हैं। मजदूरों की हड़ताल जारी है, मगर अब उससे मिल-मालिकों को कोई विशेष हानि नहीं है। नए आदमी … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 28 | Novel Godan written by Premchand part 28

प्रेमचन्द द्वारा लिखित उपन्यास कर्मभूमि का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 28 नोहरी उन औरतों में न थी, जो नेकी करके दरिया में डाल देती हैं। उसने नेकी की है, तो उसका खूब ढिंढोरा पीटेगी और उससे जितना यश मिल सकता है, उससे कुछ ज्यादा ही पाने के लिए हाथ-पाँव मारेगी। ऐसे आदमी को यश … Read more