कायाकल्प उपन्यास का संक्षिप्त सारांश | Brief Summary of Kayakalp Novel

जुलूस कहानी का सारांश

प्रेमचंद द्वारा लिखा उपन्यास कायाकल्प (Novel Kayakalp written by Premchand) कायाकल्प उपन्यास का परिचय (Introduction to Kayakalp Novel) लगभग हर व्यक्ति की यह इच्छा होती है कि वह कभी बूढ़ा न हो। यदि उम्र बढ़ भी रही है, तो वह उसके चेहरे से नज़र न आए। ऐसी ही इच्छा प्रेमचंद जी के लिए उपन्यास कायाकल्प … Read more

Study Material : कायाकल्प उपन्यास का सारांश | Summary of Kayakalp Novel

सूजान भगत कहानी का सारांश

प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास कायाकल्प | Novel Kayakalp written by Premchand अध्याय एक इस अध्याय में सूर्यग्रहण लगा है, श्रद्धालुं त्रिवेणी के घाट (नदी) पर स्नान करने आए हैं। भीड़ बहुत ज़्यादा हो गई है, जिसे नियंत्रित करने का असफल प्रयास किया जाता है। इस भीड में बहुत लोग एक-दूसरे से बिछड़ जाते हैं, कुछ … Read more

Study Material : कर्मभूमि उपन्यास का संक्षिप्त सारांश | Brief summary of the novel Karmabhoomi

जुलूस कहानी का सारांश

प्रेमचन्द द्वारा लिखे उपन्यास कर्मभूमि का सारांश | Summary of the Novel Karmabhoomi Written by Premchand उपन्यास का परिचय (Introduction to the Novel) अक्सर यह देखा जाता है कि माता-पिता और संतान के विचारों में फर्क होता है। किशोरावस्था के दौरान संतान के विचार माता-पिता के विपरीत होने लगते हैं। ऐसा आज से नहीं है, … Read more

प्रेमचन्द द्वारा लिखित उपन्यास कर्मभूमि का सारांश : भिखारिन को न्याय दिलाने का प्रयास | Summary of Karmabhoomi Novel

गुल्ली डंडा कहानी का सारांश

प्रेमचन्द (कर्मभूमि भाग – 1 अध्याय 9 व अध्याय 10) Study Material | (Karmabhumi Part – 1 Chapter 9 and Chapter 10) कर्मभूमि (भाग – 1) अध्याय नौ का सारांश | Karmabhoomi (Part – 1) Summary of Chapter Nine अमरकान्त ने अपने पिता की बात मानने का वादा सुखदा से कर लिया था, लेकिन वह … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 35 | Novel Godan written by Premchand part 35

जुलूस कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 35 दो दिन तक गाँव में खूब धूमधाम रही। बाजे बजे, गाना-बजाना हुआ और रूपा रो-धो कर बिदा हो गई, मगर होरी को किसी ने घर से निकलते न देखा। ऐसा छिपा बैठा था, जैसे मुँह में कालिख लगी हो। मालती के आ जाने … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 34 | Novel Godan written by Premchand part 34

जुलूस कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 34 होरी की दशा दिन-दिन गिरती ही जाती थी। जीवन के संघर्ष में उसे सदैव हार हुई, पर उसने कभी हिम्मत नहीं हारी। प्रत्येक हार जैसे उसे भाग्य से लड़ने की शक्ति दे देती थी, मगर अब वह उस अंतिम दशा को पहुँच गया … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 33 | Novel Godan written by Premchand part 33

जुलूस कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 33 सिलिया का बालक अब दो साल का हो रहा था और सारे गाँव में दौड़ लगाता था। अपने साथ वह एक विचित्र भाषा लाया था, और उसी में बोलता था, चाहे कोई समझे या न समझे। उसकी भाषा में ट, ल और घ … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 32 | Novel Godan written by Premchand part 32

जुलूस कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 32 डाक्टर मेहता परीक्षक से परीक्षार्थी हो गए हैं। मालती से दूर-दूर रह कर उन्हें ऐसी शंका होने लगी है कि उसे खो न बैठें। कई महीनों से मालती उनके पास न आई थी और जब वह विकल हो कर उसके घर गए, तो … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 31 | Novel Godan written by Premchand part 31

जुलूस कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 31 मिर्जा खुर्शेद ने अस्पताल से निकल कर एक नया काम शुरू कर दिया था। निश्चिंत बैठना उनके स्वभाव में न था। यह काम क्या था? नगर की वेश्याओं की एक नाटक-मंडली बनाना। अपने अच्छे दिनों में उन्होंने खूब ऐयाशी की थी और इन … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 30 | Novel Godan written by Premchand part 30

जुलूस कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 30 रायसाहब का सितारा बुलंद था। उनके तीनों मंसूबे पूरे हो गए थे। कन्या की शादी धूम-धाम से हो गई थी, मुकदमा जीत गए थे और निर्वाचन में सफल ही न हुए थे, होम मेंबर भी हो गए थे। चारों ओर से बधाइयाँ मिल … Read more