Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 29 | Novel Godan written by Premchand part 29

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 29 मिल करीब-करीब पूरी जल चुकी है, लेकिन उसी मिल को फिर से खड़ा करना होगा। मिस्टर खन्ना ने अपनी सारी कोशिशें इसके लिए लगा दी हैं। मजदूरों की हड़ताल जारी है, मगर अब उससे मिल-मालिकों को कोई विशेष हानि नहीं है। नए आदमी … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 28 | Novel Godan written by Premchand part 28

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 28 नोहरी उन औरतों में न थी, जो नेकी करके दरिया में डाल देती हैं। उसने नेकी की है, तो उसका खूब ढिंढोरा पीटेगी और उससे जितना यश मिल सकता है, उससे कुछ ज्यादा ही पाने के लिए हाथ-पाँव मारेगी। ऐसे आदमी को यश … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 27 | Novel Godan written by Premchand part 27

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 27 मिस्टर खन्ना को मजूरों की यह हड़ताल बिलकुल बेजा मालूम होती थी। उन्होंने हमेशा जनता के साथ मिले रहने की कोशिश की थी। वह अपने को जनता का ही आदमी समझते थे। पिछले कौमी आंदोलन में उन्होंने बड़ा जोश दिखाया था। जिले के … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 26 | Novel Godan written by Premchand part 26

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 26 गोबर को शहर आने पर मालूम हुआ कि जिस अड्डे पर वह अपना खोंचा ले कर बैठता था, वहाँ एक दूसरा खोंचे वाला बैठने लगा है और गाहक अब गोबर को भूल गए हैं। वह घर भी अब उसे पिंजरे-सा लगता था। झुनिया … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 23 | Novel Godan written by Premchand part 23

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 23 सोना सत्रहवें साल में थी और इस साल उसका विवाह करना आवश्यक था। होरी तो दो साल से इसी फिक्र में था, पर हाथ खाली होने से कोई काबू न चलता था। मगर इस साल जैसे भी हो, उसका विवाह कर देना ही … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 21 | Novel Godan written by Premchand part 21

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 21 इधर कुछ दिनों से रायसाहब की कन्या के विवाह की बातचीत हो रही थी। उसके साथ ही एलेक्शन भी सिर पर आ पहुँचा था, मगर इन सबों से आवश्यक उन्हें दीवानी में एक मुकदमा दायर करना था, जिसकी कोर्ट-फीस ही पचास हजार होती … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 16 | Novel Godan written by Premchand part 16

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग – 16 गाँव में खबर फैल गई कि रायसाहब ने पंचों को बुला कर खूब डाँटा और इन लोगों ने जितने रुपए वसूल किए थे, वह सब इनके पेट से निकाल लिए। वह तो इन लोगों को जेहल भेजवा रहे थे, लेकिन इन लोगों … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 15 | Novel Godan written by Premchand part 15

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान – भाग 15 रायसाहब को खबर मिली कि इलाके में एक वारदात हो गई है और होरी से गाँव के पंचों ने जुरमाना वसूल कर लिया है, तो फोरन नोखेराम को बुला कर जवाब-तलब किया – क्यों उन्हें इसकी इत्तला नहीं दी गई। ऐसे नमकहराम … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 13 | Novel Godan written by Premchand part 13

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग -13 होरी की फसल सारी की सारी डाँड़ की भेंट हो चुकी थी। वैशाख तो किसी तरह कटा, मगर जेठ लगते-लगते घर में अनाज का एक दाना न रहा। पाँच-पाँच पेट खाने वाले और घर में अनाज नदारद। दोनों जून न मिले, एक जून … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान भाग – 12 | Novel Godan written by Premchand part 12

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान – भाग 12 गोबर अँधेरे ही मुँह उठा और कोदई से बिदा माँगी। सबको मालूम हो गया था कि उसका ब्याह हो चुका है, इसलिए उससे कोई विवाह-संबंधी चर्चा नहीं की। उसके शील-स्वभाव ने सारे घर को मुग्ध कर लिया था। कोदई की माता को … Read more