IGNOU MHD-5 : भारतीय काव्यशास्त्र के प्रमुख संप्रदाय – 1 | Major Schools of Indian Poetry
Bhaarateey Kavyashaastr ke Pramukh Sampradaay – 1 संस्कृत काव्यशास्त्र की चिंतन-दृष्टि (Perspective of Sanskrit Poetry) साहित्य चिंतन विषयक छः सम्प्रदायों में से तीन – रस-सिद्धांत, अलंकार-सिद्धांत, रीति-सिद्धांत। भारतमुनि से पंडितराज जगन्नाथ तक फैली संस्कृत काव्यशास्त्र की परंपरा में विभिन्न काव्य सिद्धांतों का प्रतिपादन और खंडन-मंडन होता रहा। प्रणेता आचार्यों के नाम इस प्रकार हैं- 1. … Read more