IGNOU MHD-5 : भारतीय काव्यशास्त्र के प्रमुख संप्रदाय – 1 | Major Schools of Indian Poetry

Bhaarateey Kavyashaastr ke Pramukh Sampradaay – 1 संस्कृत काव्यशास्त्र की चिंतन-दृष्टि (Perspective of Sanskrit Poetry) साहित्य चिंतन विषयक छः सम्प्रदायों में से तीन – रस-सिद्धांत, अलंकार-सिद्धांत, रीति-सिद्धांत। भारतमुनि से पंडितराज जगन्नाथ तक फैली संस्कृत काव्यशास्त्र की परंपरा में विभिन्न काव्य सिद्धांतों का प्रतिपादन और खंडन-मंडन होता रहा। प्रणेता आचार्यों के नाम इस प्रकार हैं- 1. … Read more

IGNOU MHD-5 : प्लेटो का काव्य चिंतन – भाग 2 | Plato’s Poetic Thought – part – 2

प्लेटो का काव्य चिंतन

pleto ka kaavy chintan part – 1 प्लेटो का काव्य चिंतन – भाग – 1 प्रत्ययवाद से तात्पर्य – प्लेटो (Conceptualism – Plato) प्लेटो में काव्य और दर्शन के सापेक्ष महत्व को लेकर प्रायः अंतर्द्वद्व दिखाई देता है। इसका कारण है वे स्वाभाव और संस्कार से कवि हैं तथा शिक्षा और परिस्थिति से दार्शनिक। कभी … Read more

IGNOU MHD-5 : प्लेटो का काव्य चिंतन भाग 1 | Plato’s Poetic Thought part – 1

प्लेटो का काव्य चिंतन

pleto ka kaavy chintan परिचय (Introduction) पश्चिम में साहित्य-शास्त्र के विकास के संकेत पाँचवीं शती ईसा पूर्व के पहले से ही मिलने लगते हैं। हैसिओड, सोलन, पिंडार आदि की रचनाओं में काव्य, काव्य के हेतु तथा काव्य प्रयोजन संबंधी मान्यताओं का उल्लेख मिलता है। प्रसिद्ध नाटककार अरिस्तोफिनीस के नाटकों में भी हास्य-व्यंग्य के माध्यम से … Read more

IGNOU MHD-5 : प्लेटो का संक्षिप्त काव्य चिंतन | Brief Poetic Reflection of Plato

प्लेटो का काव्य चिंतन

pleto ka sankshipt kaavy chintan प्लेटो का परिचय (Introduction to Plato) प्लेटो यूनान के एक महान दार्शनिक और समाज सुधारक थे। उनका जन्म एक कुलीन वंश में हुआ था। उनके गुरू महान दार्शनिक सुकरात हुए। उनकी पूरी शिक्षा दीक्षा सुकरात की छत्रछाया में हुई थी। प्लेटो दार्शनिक थे लेकिन कविता के प्रति उनका विशेष चिंतन … Read more

Class – 11 पत्रकारिता के विविध आयाम (भाग-2) | Various Dimensions of Journalism (Part-2)

पत्रकारिता क्या है

पत्रकारिता के विविध आयाम अध्याय – 2 का सारांश (भाग-2) | Summary of Chapter 2 Various Dimensions of Journalism (Part-2) कक्षा – 11 अभिव्यक्ति और माध्यम पत्रकारिता के विविध आयाम (भाग – 1) संपादन (Editing) संपादन का अर्थ है किसी सामग्री से उनकी अशुद्धियों को दूर करके उसे पठनीय बनाना। समाचार संगठनों में द्वारपाल की … Read more

पत्रकारिता के विविध आयाम (भाग – 1) | Various Dimensions of Journalism (Part – 1)

पत्रकारिता क्या है

अध्याय – 2 पत्रकारिता के विविध आयाम (कक्षा – 11) | Adhyaay – 2 Patrakaarita ke vividh aayaam (Class – 11) पत्रकारिता (Journalism) अपने आसपास की चीज़ों, घटनाओं और लोगों के बारे में ताज़ा जानकारी रखना मनुष्य का सहज स्वाभाव है। उसमें जिज्ञासा का भाव बहुत प्रबल होता है। यही जिज्ञासा समाचार और व्यापक अर्थ … Read more

जनसंचार माध्यम का सरांश व समीक्षा | Summary and Review of Janasanchaar Maadhyam – (Part – 2)

जनसंचार क्या है?

जनसंचार माध्यम का सरांश व समीक्षा (पार्ट–1) अभिव्यक्ति और माध्यम कक्षा – 11 (abhivyakti aur maadhyam kaksha – 11) | Expression and Medium Class – 11 अध्याय – 1 (पार्ट–2) | Chapter – 1 (Part – 2) भारत में जनसंचार माध्यमों का विकास (Growth of Mass Media in India) वर्तमान में भारत में जनसंचार के … Read more

जनसंचार माध्यम का सरांश व समीक्षा | Summary and Review of Janasanchaar maadhyam

जनसंचार क्या है?

अभिव्यक्ति और माध्यम कक्षा – 11 (abhivyakti aur maadhyam kaksha – 11) | Expression and Medium Class – 11 अध्याय – 1 (पार्ट–1) | Chapter – 1 (Part – 1) संचार – परिभाषा और महत्व (Communication – Definition and Importance) अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने या भावनाओं और विचारों को प्रकट करने के लिए हम … Read more

प्रेमचंद द्वारा लिखित कर्मभूमि उपन्यास का सारांश : अमरकान्त द्वारा जलसों में क्रांतिकारी स्पीच | Summary of the Novel Karmabhoomi

जुलूस कहानी का सारांश

प्रेमचन्द (कर्मभूमि भाग – 1 अध्याय – 6) l Study Material: कर्मभूमि कर्मभूमि अध्याय – 6 का परिचय (Introduction to Karmabhoomi Chapter – 6) इस अध्याय में अमरकान्त डॉ. शान्तिकुमार की एक महीने अस्पताल में सेवा करता है। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद वह जलसों में जाने लगता है। जलसों में दी गई स्पीच … Read more

प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास कर्मभूमि का सारांश : अमरकान्त को माता का स्नेह रेणुका से प्राप्त होना | Summary of the Novel Karmabhoomi

जुलूस कहानी का सारांश

प्रेमचन्द (कर्मभूमि भाग – 1 अध्याय – 5) Study Material: कर्मभूमि कर्मभूमि अध्याय – 5 का परिचय (Introduction to Karmabhoomi Chapter – 5) इस अध्याय में रेणुका के आने से अमरकान्त के जीवन में परिवर्तन आता है, अमरकान्त को माता का स्नेह रेणुका से प्राप्त होता है, परिणाम स्वरूप अमरकान्त व सुखदा के बीच भी … Read more