Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी कप्तान साहब | Story Written by Premchand Kaptan Sahib

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD भाग – 1  जगत सिंह को स्कूल जान कुनैन खाने या मछली का तेल पीने से कम अप्रिय न था। वह सैलानी, आवारा, घुमक्कड़ युवक थां कभी अमरूद के बागों की ओर निकल जाता और अमरूदों के साथ माली की गालियाँ बड़े शौक से खाता। कभी दरिया की … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी गुल्‍ली-डंडा | Story Gulli-Danda Written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD भाग – 1 (part 1) हमारे अँग्रेजी दोस्त मानें या न मानें मैं तो यही कहूँगा कि गुल्ली-डंडा सब खेलों का राजा है। अब भी कभी लड़कों को गुल्ली-डंडा खेलते देखता हूँ, तो जी लोट-पोट हो जाता है कि इनके साथ जाकर खेलने लगूँ। न लान की जरूरत, … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी आहुति | The Story Aahuti Written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU भाग – 1 (part 1) आनन्द ने गद्देदार कुर्सी पर बैठकर सिगार जलाते हुए कहा-आज विशम्भर ने कैसी हिमाकत की! इम्तहान करीब है और आप आज वालण्टियर बन बैठे। कहीं पकड़ गये, तो इम्तहान से हाथ धोएँगे। मेरा तो खयाल है कि वजीफ़ा भी बन्द हो जाएगा। सामने दूसरे … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी बूढ़ी काकी | The Story Budhi Kaki Written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU भाग – 1 (part 1) बुढ़ापा बहुधा बचपन का पुनरागमन हुआ करता है। बूढ़ी काकी में जिह्वा स्वाद के सिवा और कोई चेष्टा शेष न थी और न अपने कष्टों की और आकर्षित करने का, रोने के अतिरिक्त कोई दूसरा सहारा ही। समस्त इन्द्रियाँ, नेत्र, हाथ और पैर जवाब … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी ठाकुर का कुआँ | The Story Thakur Ka Kuan Written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU भाग – 1 (part 1) जोखू ने लोटा मुँह से लगाया तो पानी में सख्त बदबू आयी। गंगी से बोला- यह कैसा पानी है? मारे बास के पिया नहीं जाता। गला सूखा जा रहा है और तू सड़ा पानी पिलाये देती है!गंगी प्रतिदिन शाम पानी भर लिया करती थी। … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान – रायसाहब के घर मेहमार आए | Novel Godan written by Premchand part 6

जुलूस कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU गोदान भाग – 6 (Godan Part – 6) जेठ की उदास और गर्म संध्या सेमरी की सड़कों और गलियों में पानी के छिड़काव से शीतल और प्रसन्न हो रही थी। मंडप के चारों तरफ फूलों और पौधों के गमले सजा दिए गए थे और बिजली के पंखे चल रहे थे। रायसाहब … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान गोबर झुनिया का प्रेम प्रसंग | Novel Godan written by Premchand part 5

जुलूस कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग – 5 (Godan Part – 5) उधर गोबर खाना खा कर अहिराने में जा पहुँचा। आज झुनिया से उसकी बहुत-सी बातें हुई थीं। जब वह गाय ले कर चला था, तो झुनिया आधे रास्ते तक उसके साथ आई थी। गोबर अकेला गाय को कैसे … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान – गाय आगमन | Novel Godan written by

जुलूस कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 4 होरी को रात-भर नींद नहीं आई। नीम के पेड़-तले अपने बाँस की खाट पर पड़ा बार-बार तारों की ओर देखता था। गाय के लिए नाँद गाड़नी है। बैलों से अलग उसकी नाँद रहे तो अच्छा। अभी तो रात को बाहर ही रहेगी, लेकिन … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान – होरी भोला | Novel Godan written by Premchand

जुलूस कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग – 3 (Godan Part – 3) होरी अपने गाँव के समीप पहुँचा, तो देखा, अभी तक गोबर खेत में ऊख गोड़ रहा है और दोनों लड़कियाँ भी उसके साथ काम कर रही हैं। लू चल रहीं थी, बगुले उठ रहे थे, भूतल धधक रहा … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान – रायसाहब होरी संवाद | Novel Godan written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग – 2 (Godan Part – 2) सेमरी और बेलारी दोनों अवध प्रांत के गाँव हैं। जिले का नाम बताने की कोई जरूरत नहीं। होरी बेलारी में रहता है, रायसाहब अमरपाल सिंह सेमरी में। दोनों गाँवों में केवल पाँच मील का अंतर है। पिछले सत्याग्रह … Read more