Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान गोबर झुनिया का प्रेम प्रसंग | Novel Godan written by Premchand part 5

जुलूस कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग – 5 (Godan Part – 5) उधर गोबर खाना खा कर अहिराने में जा पहुँचा। आज झुनिया से उसकी बहुत-सी बातें हुई थीं। जब वह गाय ले कर चला था, तो झुनिया आधे रास्ते तक उसके साथ आई थी। गोबर अकेला गाय को कैसे … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान – गाय आगमन | Novel Godan written by

जुलूस कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग 4 होरी को रात-भर नींद नहीं आई। नीम के पेड़-तले अपने बाँस की खाट पर पड़ा बार-बार तारों की ओर देखता था। गाय के लिए नाँद गाड़नी है। बैलों से अलग उसकी नाँद रहे तो अच्छा। अभी तो रात को बाहर ही रहेगी, लेकिन … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान – होरी भोला | Novel Godan written by Premchand

जुलूस कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग – 3 (Godan Part – 3) होरी अपने गाँव के समीप पहुँचा, तो देखा, अभी तक गोबर खेत में ऊख गोड़ रहा है और दोनों लड़कियाँ भी उसके साथ काम कर रही हैं। लू चल रहीं थी, बगुले उठ रहे थे, भूतल धधक रहा … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान – रायसाहब होरी संवाद | Novel Godan written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग – 2 (Godan Part – 2) सेमरी और बेलारी दोनों अवध प्रांत के गाँव हैं। जिले का नाम बताने की कोई जरूरत नहीं। होरी बेलारी में रहता है, रायसाहब अमरपाल सिंह सेमरी में। दोनों गाँवों में केवल पाँच मील का अंतर है। पिछले सत्याग्रह … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास गोदान – धनिया होरी संवाद | Novel Godan written by Premchand – Dhaniya Horee Sanvaad

जुलूस कहानी का सारांश

Study Material : Delhi, IGNOU मुंशी प्रेमचंद | Munshi Premchand गोदान भाग – 1 (Godan Part – 1) होरीराम ने दोनों बैलों को सानी-पानी दे कर अपनी स्त्री धनिया से कहा- गोबर को ऊख गोड़ने भेज देना। मैं न जाने कब लौटें। जरा मेरी लाठी दे दे। धनिया के दोनों हाथ गोबर से भरे थे। उपले … Read more