Net JRF Hindi : रामचन्द्र शुक्ल द्वारा संपादित सूरदास भ्रमरगीतसार | Surdas Bhramargeetsar edited by Ramchandra Shukla

Net JRF Hindi : हिन्दी कविता यूनिट 5 | रामचन्द्र शुक्ल द्वारा संपादित सूरदास भ्रमरगीतसार सूरदास भ्रमरगीतसार भ्रमरगीतसार का संपादन रामचन्द्र शुक्ल ने किया है। सूरदास जी का जन्म 1478 ईसवी में हुआ था। जन्म स्थान रूनकता या सीही है, इन दोनों स्थानों को लेकर विवाद है। रूनकता रामचन्द्र शुक्ल, हजारी प्रसाद दिवेदी और श्यामसुंदर दास ने माना … Read more

Net JRF Hindi : विश्वनाथ मिश्र द्वारा संपादित घनानंद के कवित्त | Poems of Ghananand edited by Vishwanath Mishra

Net JRF Hindi : हिन्दी कविता यूनिट 5 | विश्वनाथ मिश्र द्वारा संपादित घनानंद के कवित्त घनानंद (Ghananand) घनानंद का जन्म 1689 में हुआ और उनकी मृत्यु 1739 में हुई थी। उनका जन्म स्थान बुलन्द शहर है, और मृत्यु मथुरा में हुई थी। उनकी प्रेयसी का नाम सुजान है। उनके आश्रयदाता मुहम्मदशाह रंगीला थे। इनकी सर्वाधिक लोकप्रिय … Read more

Net JRF Hindi : जायसी ग्रंथावली नागमती वियोग वर्णन | Jayasi Granthawali Nagmati Disjunction Description

Net JRF Hindi : हिन्दी कविता यूनिट 5 | जायसी ग्रंथावली नागमती वियोग वर्णन जायसी ग्रंथावली पद्मावत (Jayasi Granthawali Padmavat) पद्मावत – 1540। इसमें कुल 57 खण्ड है, जिसमें द्वितीय खण्ड सिंघल द्वीप खण्ड है। तीसवां खण्ड नागमती वियोग खण्ड है, यही वर्तमान में एनटीए नेट के सिलेबस में है। 57 वां खण्ड पाद्मावत का अंतिम खण्ड … Read more

Net JRF Hindi : बिहारी सतसई जगन्नाथ दास रत्नाकर द्वारा संपादित | Edited by Bihari Satsai Jagannath Das Ratnakar

Net JRF Hindi : हिन्दी कविता यूनिट 5 | बिहारी सतसई जगन्नाथ दास रत्नाकर द्वारा संपादित रीतिसिद्ध कवि बिहारी (Reetisiddh Kavi Biharee) बिहारी का जन्म 1595 में ग्वालियर के गोविंदपुर नामक गाँव में हुआ था। उनके आश्रयदाता महाराजा जयसिंह थे।उन्होंने बिहारी सतसई की रचना 1662 में की। कुल दोहों की संख्या 719 है। यह दोहें मुक्तक शैली … Read more

Net JRF Hindi : मुक्तिबोध की कविताएँ | Poems of Muktibodh

Net JRF Hindi : हिन्दी कविता यूनिट 5 | मुक्तिबोध की कविताएँ मुक्तिबोध (Muktibodh) मुक्तिबोध का जन्म 1917 में हुआ मृत्य 1964 में हुई। भयानक खबरों का कवि कहा जाता है। मुक्तिबोध का रचना संग्रह- चाँद का मुंह टेढ़ा है, जो 1964 में प्रकाशित हुआ था। श्रीकांत वर्मा ने इसे संकलित किया था, क्योंकि तब तक मुक्तिबोध … Read more

Net JRF Hindi : सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला की कविता कुकुरमुत्ता | Poem Kukurmutta by Suryakant Tripathi Nirala

Net JRF Hindi : हिन्दी कविता यूनिट 5 | सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला की कविता कुकुरमुत्ता रचना का नाम – कुकुरमुत्ता कविता कुकुरमुत्ता कविता प्रकाशन वर्ष – 1942 है। कुकुरमुत्ता कविता का मूल स्वर प्रगतिवादी (शोषक और शोषित) है। इसमें गुलाब पूंजीपति वर्ग का और कुकुरमुत्ता सर्वहारा वर्ग का प्रतीक है। कुकुरमुत्ता मुलत: निराला की एक लम्बी कविता … Read more

Net JRF Hindi : रामधारी सिंह दिनकर की रचना रश्मिरथी (Rashmirathi written by Ramdhari Singh Dinkar)

Net JRF Hindi : हिन्दी कविता यूनिट 5 | रामधारी सिंह दिनकर की रचना रश्मिरथी रचना का नाम – रश्मि रथी (खण्ड काव्य) रश्मि रथी में सात सर्ग हैं। इसका प्रकाशन वर्ष – 1952 है, इसे कवि रामधारी सिंह दिनकर जी ने लिखा है।विषय – महाभारत के पात्र कर्ण के व्यक्तित्व को दिखाने के साथ साथ वर्णाश्रम … Read more

Net JRF Hindi : जयशंकर प्रसाद की रचना कामायनी | Jaishankar Prasad’s composition Kamayani

Net JRF Hindi : हिन्दी कविता यूनिट 5 (इकाई 5) | जयशंकर प्रसाद की रचना कामायनी कामायनी के परीक्षा उपयोगी तथ्य (Kamayani Exam Useful Facts) कामायनी का प्रकाशन 1935 ईसवी में हुआ है। कामायनी का अर्थ – कामदेव की पुत्री अर्थात श्रद्धा। कामायनी के रचनाकार कवि जयशंकर प्रसाद हैं। वह पौराणिक कथावस्तु में लिखते हैं, लेकिन उनकी … Read more

Net JRF Hindi : अज्ञेय की कविताएँ | Agyeya’s poems

Net JRF Hindi : हिन्दी कविता यूनिट 5 | सच्चिदानंद हीरानन्द वात्स्यायन अज्ञेय की कविताएँ 1 यह दीप अकेला (Poem yah deep akela) यह दीप अकेला का रचनाकाल 1953 है। “बावरा अहेरी में” (1954) में संकलित है। दीप व्यक्ति का प्रतीक है, पंक्ति समाज का प्रतीक है।विषय – यह दीप अकेला में अज्ञेय जी ने दीपक को … Read more

NET JRF : आसाढ़ का एक दिन नाटक का सारांश व मुख्य संवाद | Summary and Main Dialogues of the Play Asadh Ka Ek Din

आसाढ़ का एक दिन नाटक का सारांश

आसाढ़ का एक दिन का परिचय (Aasaadh Ka Ek Din Ka Parichay) आसाढ़ का एक दिन 1958 ईसवी में प्रकाशित हुआ था। 1959 में इस नाटक को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस नाटक का अनेको बार मंचन किया जा चुका है। 1971 में निर्देशक मणि कौल ने इस पर आधारित … Read more