सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ द्वारा ध्वनि काव्य की संप्रसंग व्याख्या | Contextual Interpretation of Dhvani Poetry by Suryakant Tripathi ‘Nirala’
Study Material, NCRT Class – 8, ध्वनि काव्य का परिचय (Introduction to Dhvani Poetry) अक्सर हम यह लोगों को यह कहते पाए जाते हैं कि दुनिया में कोई सुखी नहीं है। किसी को धन चाहिए, किसी को ज्ञान चाहिए, किसी को परिवार चाहिए, किसी के पास माता-पिता नहीं हैं, किसी को संतान चाहिए। परिणाम स्वरूप … Read more