Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी मनोवृत्ति | Story Written by Premchand Manovrtti

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD, Munshi Premchand भाग – 1 एक सुन्दर युवती, प्रातःकाल गाँधी पार्क में बिल्लौर के बेंच पर गहरी नींद में सोयी पायी जाय, यह चौंका देनेवाली बात है। सुन्दरियाँ पार्कों में हवा खाने आती हैं, हँसती हैं, दौड़ती हैं, फूल-पौधों से खेलती हैं, किसी का इधर ध्यान नहीं जाता, … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी बेटों वाली विधवा | Story written by Premchand Beton Vaalee Vidhava

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD, Munshi Premchand भाग – 1 पंडित अयोध्यानाथ का देहांत हुआ तो सबने कहा, ईश्वर आदमी की ऐसी ही मौत दे। चार जवान बेटे थे, एक लड़की। चारों लड़कों के विवाह हो चुके थे, केवल लड़की क्‍वाँरी थी। संपत्ति भी काफ़ी छोड़ी थी। एक पक्का मकान, दो बग़ीचे, कई … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी बासी भात में खुदा का साझा | Story Written by Premchand Baasee Bhaat Mein Khuda Ka Saajha

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD, Munshi Premchand भाग – 1 शाम को जब दीनानाथ ने घर आकर गौरी से कहा, कि मुझे एक कार्यालय में पचास रुपये की नौकरी मिल गई है, तो गौरी खिल उठी। देवताओं में उसकी आस्था और भी दृढ़ हो गयी। इधर एक साल से बुरा हाल था। न … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी बड़े भाई साहब | Story Written by Premchand Bade Bhai Sahab

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD, Munshi Premchand भाग – 1 मेरे भाई साहब मुझसे पाँच साल बडे थे, लेकिन तीन दरजे आगे। उन्‍होने भी उसी उम्र में पढना शुरू किया था जब मैने शुरू किया; लेकिन तालीम जैसे महत्‍व के मामले में वह जल्‍दीबाजी से काम लेना पसंद न करते थे। इस भवन … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी बड़े घर की बेटी | Story Written by Premchand Bade Ghar Ki Beti

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD, Munshi Premchand भाग – 1 बेनीमाधव सिंह गौरीपुर गाँव के जमींदार और नम्बरदार थे। उनके पितामह किसी समय बड़े धन-धान्य संपन्न थे। गाँव का पक्का तालाब और मंदिर जिनकी अब मरम्मत भी मुश्किल थी, उन्हीं के कीर्ति-स्तंभ थे। कहते हैं इस दरवाजे पर हाथी झूमता था, अब उसकी … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी नमक का दारोगा | Story Written by Premchand Namak Ka Daroga

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD, Munshi Premchand कहानी जब नमक का नया विभाग बना और ईश्वरप्रदत्त वस्तु के व्यवहार करने का निषेध हो गया तो लोग चोरी-छिपे इसका व्यापार करने लगे। अनेक प्रकार के छल-प्रपंचों का सूत्रपात हुआ, कोई घूस से काम निकालता था, कोई चालाकी से। अधिकारियों के पौ-बारह थे। पटवारीगिरी का … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी दूध का दाम | Story Doodh Ka Daam written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD, Munshi Premchand अब बड़े-बड़े शहरों में दाइयाँ, नर्सें और लेडी डाक्टर, सभी पैदा हो गयी हैं; लेकिन देहातों में जच्चेखानों पर अभी तक भंगिनों का ही प्रभुत्व है और निकट भविष्य में इसमें कोई तब्दीली होने की आशा नहीं। बाबू महेशनाथ अपने गाँव के जमींदार थे, शिक्षित थे … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी जुलूस | Story  Juloos written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD, Munshi Premchand भाग – 1 पूर्ण स्वराज्य का जुलूस निकल रहा था। कुछ युवक, कुछ बूढ़े, कुछ बालक झंडियाँ और झंडे लिये वंदेमातरम् गाते हुए माल के सामने से निकले। दोनों तरफ दर्शकों की दीवारें खड़ी थीं, मानो उन्हें इस लक्ष्य से कोई सरोकार नहीं हैं, मानो यह … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी चमत्कार | Story Chamatkaar Written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD, Munshi Premchand भाग – 1 बी.ए. पास करने के बाद चन्द्रप्रकाश को एक टयूशन करने के सिवा और कुछ न सूझा। उसकी माता पहले ही मर चुकी थी, इसी साल पिता का भी देहान्त हो गया और प्रकाश जीवन के जो मधुर स्वप्न देखा करता था, वे सब … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी घासवाली | Story Ghaswali written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : Delhi University, IGNOU, DU, MHD भाग – 1 मुलिया हरी-हरी घास का गट्ठा लेकर आयी, तो उसका गेहुआँ रंग कुछ तमतमाया हुआ था और बड़ी-बड़ी मद-भरी आँखो में शंका समाई हुई थी। महावीर ने उसका तमतमाया हुआ चेहरा देखकर पूछा- क्या है मुलिया, आज कैसा जी है।मुलिया ने कुछ जवाब न दिया- उसकी … Read more