Film Review : लापता लेडिज की कहानी व समीक्षा | Story and Review of Laapata ladies

लापता लेडिज की कहानी व समीक्षा

Film Review : लापता लेडिज की कहानी व समीक्षा | Story and Review of Laapata ladies लापता लेडिज क्यों देखें? (Why watch Laapata ladies) वैसे तो वर्तमान में कहा जाता है, समाज आधुनिकता की ओर अग्रसर है, इसलिए हमारे संविधान में मौलिक अधिकार भी दिए गए हैं। जिसके परिणाम सवरूप महिलाओं को भी स्वतंत्रता और … Read more

IGNOU Study Material : बचपन का सारांश व समीक्षा | Childhood Summary and Review

बचपन

Class – 6 : कृष्णा सोबती का संस्मरण बचपन | Krishna Sobti ka Sansmaran Bachpan कृष्णा सोबती का परिचय (Introduction of Krishna Sobti) कृष्णा सोबती का जन्म 18 फरवरी 1925 में हुआ था। उनकी मृत्यु  25 जनवरी 2019 में हुई है। उनका जन्म गुजरात में हुआ था, गुजरात का वह हिस्सा अब पाकिस्तान में है। … Read more

IGNOU Study Material : एक दिन का मेहमान | Ek Din Ka Mehamaan

IGNOU MHD- 3 निर्मल वर्मा की लिखी कहानी एक दिन का मेहमान | Nirmal Varma Kee Likhee Kahanee Ek Din Ka Mehamaan एक दिन का मेहमान कहानी का परिचय (Ek Din Ka Mehamaan Story Introduction) दुनिया का कोई व्यक्ति अकेले नहीं रहना चाहता है। जिस प्रकार इंसान को जीने के लिए रोटी की आवश्यकता है, … Read more

IGNOU Study Material : पाजेब कहानी का सारांश | Pajeb story summary

IGNOU MHD- 3

IGNOU MHD- 3 जैनेन्द्र कुमार की कहानी पाजेब का सारांश | Jainendr Kumaar kee kahaanee paajeb ka saaraansh पाजेब कहानी का परिचय (Introduction to Pajeb story) सामने वाला व्यक्ति सच बोल रहा है या झूठ बोल रहा है, यह समझना बहुत मुश्किल है। झूठ बोलने के जिन लक्षणों को हम जानते या समझते हैं, कभी-कभी … Read more

Study Material : लाख की चूडियाँ कहानी का सारांश व समीक्षा | Summary and Review of Lakh Ki Chudiyan Story

लाख की चूडियाँ

लाख की चूडियाँ Study Material, NCRT Class – 8, कामतानाथ का परिचय (Introduction to Kamatanath) कामतानाथ जी का जन्म 22 सितम्बर 1934 को लखनऊ मैं हुआ था। कामतानाथ जी की मृत्यु 7 दिसंबर 2012 को लखनऊ में ही हुई थी। वर्तमान में कामतानाथ जी की लिखी कहानी लाख की चूड़ियाँ कक्षा 8 के पाठ्यक्रम में … Read more

जनसंचार माध्यम का सरांश व समीक्षा | Summary and Review of Janasanchaar Maadhyam – (Part – 2)

जनसंचार क्या है?

जनसंचार माध्यम का सरांश व समीक्षा (पार्ट–1) अभिव्यक्ति और माध्यम कक्षा – 11 (abhivyakti aur maadhyam kaksha – 11) | Expression and Medium Class – 11 अध्याय – 1 (पार्ट–2) | Chapter – 1 (Part – 2) भारत में जनसंचार माध्यमों का विकास (Growth of Mass Media in India) वर्तमान में भारत में जनसंचार के … Read more

जनसंचार माध्यम का सरांश व समीक्षा | Summary and Review of Janasanchaar maadhyam

जनसंचार क्या है?

अभिव्यक्ति और माध्यम कक्षा – 11 (abhivyakti aur maadhyam kaksha – 11) | Expression and Medium Class – 11 अध्याय – 1 (पार्ट–1) | Chapter – 1 (Part – 1) संचार – परिभाषा और महत्व (Communication – Definition and Importance) अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने या भावनाओं और विचारों को प्रकट करने के लिए हम … Read more

प्रेमचंद द्वारा लिखित कर्मभूमि उपन्यास का सारांश : अमरकान्त द्वारा जलसों में क्रांतिकारी स्पीच | Summary of the Novel Karmabhoomi

जुलूस कहानी का सारांश

प्रेमचन्द (कर्मभूमि भाग – 1 अध्याय – 6) l Study Material: कर्मभूमि कर्मभूमि अध्याय – 6 का परिचय (Introduction to Karmabhoomi Chapter – 6) इस अध्याय में अमरकान्त डॉ. शान्तिकुमार की एक महीने अस्पताल में सेवा करता है। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद वह जलसों में जाने लगता है। जलसों में दी गई स्पीच … Read more

प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास कर्मभूमि का सारांश : अमरकान्त को माता का स्नेह रेणुका से प्राप्त होना | Summary of the Novel Karmabhoomi

जुलूस कहानी का सारांश

प्रेमचन्द (कर्मभूमि भाग – 1 अध्याय – 5) Study Material: कर्मभूमि कर्मभूमि अध्याय – 5 का परिचय (Introduction to Karmabhoomi Chapter – 5) इस अध्याय में रेणुका के आने से अमरकान्त के जीवन में परिवर्तन आता है, अमरकान्त को माता का स्नेह रेणुका से प्राप्त होता है, परिणाम स्वरूप अमरकान्त व सुखदा के बीच भी … Read more

प्रेमचन्द द्वारा लिखित उपन्यास कर्मभूमि का सारांश : रेणुका का नागर में आगमन | Summary of the Novel Karmabhoomi

जुलूस कहानी का सारांश

प्रेमचन्द Study Material: कर्मभूमि (कर्मभूमि भाग – 1 अध्याय – 4 कर्मभूमि अध्याय – 4 का परिचय (Introduction to Karmabhoomi Chapter – 4) इस अध्याय में अमरकान्त और सुखदा के बीच अमरकान्त की नौकरी के लिए तनाव बना रहता है। सुखदा बहुत दिनों तक माँ से मिलने नहीं जाती परिणाम स्वरूप सुखदा की माता रेणुका … Read more