IGNOU Study Material MHD-5 :  अस्तित्ववाद | Existentialism

IGNOU Study Material MHD-5  अस्तित्ववाद

IGNOU Study Material MHD-5 :  अस्तित्ववाद | Existentialism परिचय (Introduction) बीसवीं शताब्दी महत्वपूर्ण घटनाओं और विचारों की सदी रही है। संसार में राजतंत्र में जो महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए उनमें साम्यवाद, फ़ासीवाद और उतर-उपनिवेशवाद शामिल हैं। मानव संहार से उत्पन्न निराशा ने नीति, धर्म, ईश्वर दर्शन आदि मानव निर्मित निष्ठाओं पर प्रश्न चिह्न लगा दिए। युध्दोत्तर … Read more

IGNOU MHD-5 : भारतीय काव्यशास्त्र के प्रमुख संप्रदाय – 1 | Major Schools of Indian Poetry

Bhaarateey Kavyashaastr ke Pramukh Sampradaay – 1 संस्कृत काव्यशास्त्र की चिंतन-दृष्टि (Perspective of Sanskrit Poetry) साहित्य चिंतन विषयक छः सम्प्रदायों में से तीन – रस-सिद्धांत, अलंकार-सिद्धांत, रीति-सिद्धांत। भारतमुनि से पंडितराज जगन्नाथ तक फैली संस्कृत काव्यशास्त्र की परंपरा में विभिन्न काव्य सिद्धांतों का प्रतिपादन और खंडन-मंडन होता रहा। प्रणेता आचार्यों के नाम इस प्रकार हैं- 1. … Read more

IGNOU Study Material MHD-5 : प्लेटो का काव्य चिंतन – भाग 2 | Plato’s Poetic Thought

प्लेटो का काव्य चिंतन

IGNOU Study Material MHD-5 : प्लेटो का काव्य चिंतन – भाग 2 | Plato’s Poetic Thought – part – 2 प्लेटो का काव्य चिंतन – भाग – 1 प्रत्ययवाद से तात्पर्य – प्लेटो (Conceptualism – Plato) प्लेटो में काव्य और दर्शन के सापेक्ष महत्व को लेकर प्रायः अंतर्द्वद्व दिखाई देता है। इसका कारण है वे स्वाभाव … Read more

IGNOU MHD-5 : प्लेटो का काव्य चिंतन भाग 1 | Plato’s Poetic Thought part – 1

प्लेटो का काव्य चिंतन

pleto ka kaavy chintan परिचय (Introduction) पश्चिम में साहित्य-शास्त्र के विकास के संकेत पाँचवीं शती ईसा पूर्व के पहले से ही मिलने लगते हैं। हैसिओड, सोलन, पिंडार आदि की रचनाओं में काव्य, काव्य के हेतु तथा काव्य प्रयोजन संबंधी मान्यताओं का उल्लेख मिलता है। प्रसिद्ध नाटककार अरिस्तोफिनीस के नाटकों में भी हास्य-व्यंग्य के माध्यम से … Read more

IGNOU MHD-5 : प्लेटो का संक्षिप्त काव्य चिंतन | Brief Poetic Reflection of Plato

प्लेटो का काव्य चिंतन

pleto ka sankshipt kaavy chintan प्लेटो का परिचय (Introduction to Plato) प्लेटो यूनान के एक महान दार्शनिक और समाज सुधारक थे। उनका जन्म एक कुलीन वंश में हुआ था। उनके गुरू महान दार्शनिक सुकरात हुए। उनकी पूरी शिक्षा दीक्षा सुकरात की छत्रछाया में हुई थी। प्लेटो दार्शनिक थे लेकिन कविता के प्रति उनका विशेष चिंतन … Read more