Study Material :प्रेमचंद द्वारा लिखित सेवा मार्ग कहानी का सारांश | Summary of Seva Marg Story Written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

कहानी का परिचय​ (Introduction to the Story) सामाजिक रूप से यह मनोवैज्ञानिक रूप से भी एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति का कैसे दिल जाती सकता है। यदि कोई व्यक्ति अपनी सारी दौलत लूटा दे, तो क्या तब भी किसी व्यक्ति का हृदय जीत सकता है। क्या समाज में सभी को धन का लालच होता है? या … Read more

Study Material : प्रेमचंद द्वारा लिखित शांति कहानी का सारांश | Summary of Shanti story written by Premchand

सूजान भगत कहानी का सारांश

कहानी का परिचय (Introduction to the story) समाज के लगभग सभी माता-पिता की एक ही इच्छा होती है, कि उसकी संतान हमेशा खुश रहे उसे कभी कोई तकलीफ न हो। खासतौर से जब वह संतान बेटी हो, तो माता-पिता की चिंता और बढ़ जाती है। प्रत्येक माता-पिता अपनी संतान को बेहतर भविष्य देने का हर … Read more

Study Material : शंखनाद कहानी का सारांश | Summary of Shankhnaad Story

शंखनाद

शंखनाद कहानी का परिचय (Introduction to Shankhnaad story) यह तो हम सभी जानते हैं, कि किसी व्यक्ति को समाज में सम्मान उसके व्यक्तित्व से ज़्यादा इस बात पर मिलता है कि वह कितना समृद्ध है। उसके पास कितनी धन दौलत है या उसके पास समाज में कितना दबदबा है। लेकिन यह स्थिति सिर्फ समाज में … Read more

कायाकल्प उपन्यास का संक्षिप्त सारांश | Brief Summary of Kayakalp Novel

जुलूस कहानी का सारांश

प्रेमचंद द्वारा लिखा उपन्यास कायाकल्प (Novel Kayakalp written by Premchand) कायाकल्प उपन्यास का परिचय (Introduction to Kayakalp Novel) लगभग हर व्यक्ति की यह इच्छा होती है कि वह कभी बूढ़ा न हो। यदि उम्र बढ़ भी रही है, तो वह उसके चेहरे से नज़र न आए। ऐसी ही इच्छा प्रेमचंद जी के लिए उपन्यास कायाकल्प … Read more

Study Material : कायाकल्प उपन्यास का सारांश | Summary of Kayakalp Novel

सूजान भगत कहानी का सारांश

प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास कायाकल्प | Novel Kayakalp written by Premchand अध्याय एक इस अध्याय में सूर्यग्रहण लगा है, श्रद्धालुं त्रिवेणी के घाट (नदी) पर स्नान करने आए हैं। भीड़ बहुत ज़्यादा हो गई है, जिसे नियंत्रित करने का असफल प्रयास किया जाता है। इस भीड में बहुत लोग एक-दूसरे से बिछड़ जाते हैं, कुछ … Read more

Study Material : कर्मभूमि उपन्यास का संक्षिप्त सारांश | Brief summary of the novel Karmabhoomi

कर्मभूमि उपन्यास का संक्षिप्त सारांश

प्रेमचन्द द्वारा लिखे उपन्यास कर्मभूमि का सारांश | Summary of the Novel Karmabhoomi Written by Premchand उपन्यास का परिचय (Introduction to the Novel) अक्सर यह देखा जाता है कि माता-पिता और संतान के विचारों में फर्क होता है। किशोरावस्था के दौरान संतान के विचार माता-पिता के विपरीत होने लगते हैं। ऐसा आज से नहीं है, … Read more

कर्मभूमि का सारांश : अमरकान्त के जीवन में सकीना का अगमन | Summary of Karmabhoomi Novel

कर्मभूमि प्रेमचन्द (कर्मभूमि भाग – 1 अध्याय 13 व अध्याय 14) Study Material | (Karmabhumi Part – 1 Chapter 13 and Chapter 14) ग्यारह कर्मभूमि (भाग -1) अध्याय तेरह का सारांश | Karmabhoomi (Part – 1) Summary of Chapter Thirteen मुन्नी के बरी होने की खबर पूरे शहर में फैल गई। किसी ने कहा – … Read more

कर्मभूमि का सारांश व समीक्षा : सुखदा को पुत्र हुआ व मुन्नी बरी हो गई | Summary of Karmabhoomi Novel

गुल्ली डंडा कहानी का सारांश

कर्मभूमि प्रेमचन्द (कर्मभूमि भाग – 1 अध्याय 11 व अध्याय 12) Study Material | (Karmabhumi Part – 1 Chapter 11 and Chapter 12) ग्यारह संक्षिप्त सारांश (Brief Summary) अमरकान्त और सुखदा को पुत्र की प्राप्ति हई। पुत्र होने के परिणाम स्वरूप समरकान्त ने जलसा किया। अमरकान्त अपने घर में व्यस्त हो गया इसलिए वह कचहरी … Read more

प्रेमचन्द द्वारा लिखित उपन्यास कर्मभूमि का सारांश : भिखारिन को न्याय दिलाने का प्रयास | Summary of Karmabhoomi Novel

गुल्ली डंडा कहानी का सारांश

प्रेमचन्द (कर्मभूमि भाग – 1 अध्याय 9 व अध्याय 10) Study Material | (Karmabhumi Part – 1 Chapter 9 and Chapter 10) कर्मभूमि (भाग – 1) अध्याय नौ का सारांश | Karmabhoomi (Part – 1) Summary of Chapter Nine अमरकान्त ने अपने पिता की बात मानने का वादा सुखदा से कर लिया था, लेकिन वह … Read more

प्रेमचन्द द्वारा लिखित उपन्यास कर्मभूमि का सारांश : अमरकान्त व समरकान्त में मतभेद | Summary of Karmabhoomi Novel

सूजान भगत कहानी का सारांश

Study Material : (कर्मभूमि भाग – 1 अध्याय 8) अध्याय आठ का संक्षिप्त परिचय (Brief Introduction to Chapter Eight) इस अध्याय में अमरकान्त की उसके पिता समरकान्त से बहस हो जाती है। काले खाँ से कंगन नहीं खरीदने पर समरकान्त अमरकान्त पर बहुत क्रोधित होते हैं। प्रेमचन्द कर्मभूमि भाग एक अध्याय आठ सारांश (Karmabhoomi Part … Read more